राज्यदिल्ली

यूजीसी को मिला नया चेयरमैन, एनईपी को लागू करने पर देंगे जोर

यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमिशन के नए चेयरमैन अब जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एम जगदीश कुमार बनाए गए हैं। प्रोफेसर एम जगदीश कुमार को अगले 5 वर्षों के लिए यूजीसी का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

यूजीसी का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने पर प्रोफेसर जगदीश कुमार बताया कि यूजीसी के अध्यक्ष के रूप में, यह मेरे लिए उच्च शिक्षा संस्थानों में हमारे देश के युवा दिमागों के लिए काम करने का एक शानदार अवसर है। मेरा तत्काल ध्यान राष्ट्रीय शिक्षा नीति का तेजी से कार्यान्वयन, उच्च शिक्षा संस्थानों में अनुसंधान और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र को सक्षम करने और उच्च शिक्षा को प्रौद्योगिकी का उपयोग करके अधिक समावेशी और सुलभ बनाने पर है। मैं देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों, शिक्षकों और प्रमुखों के साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं।

शुक्रवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने प्रोफेसर जगदीश कुमार को यूजीसी चेयरमैन बनाए जाने का आदेश पारित किया है। जारी किए गए आदेश के मुताबिक प्रोफेसर जगदीश कुमार की नियुक्ति यूजीसी चेयरमैन पद पर 5 वर्षों या फिर 65 वर्ष की आयु तक के लिए मान्य है।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी केन्द्र सरकार का एक आयोग है जो विश्वविद्यालयों को मान्यता देता है। यही आयोग सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों को अनुदान भी प्रदान करता है। इसका मुख्यालय नयी दिल्ली में है और इसके छह क्षेत्रीय कार्यालय पुणे, भोपाल, कोलकाता, हैदराबाद, गुवाहाटी एवं बेंगलुरु में हैं।

इसके साथ ही यूजीसी राष्ट्रीय योग्यता परीक्षा (नेट) का भी आयोजन करता है जिसे उत्तीर्ण करने के आधार पर विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति होती है।

प्रोफेसर एम जगदीश कुमार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में वर्ष 2016 से कुलपति हैं। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में उनका कार्यकाल बीते वर्ष 26 जनवरी 2021 को समाप्त हो चुका है। कार्यकाल समाप्त होने के उपरांत उन्हें सेवा विस्तार प्रदान किया गया था। अब प्रोफेसर जगदीश कुमार को यूजीसी का चेयरमैन बनाया गया है।

दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति पद की रेस में भी प्रोफेसर जगदीश कुमार शामिल थे। हालांकि प्रोफेसर योगेश सिंह को दिल्ली विश्वविद्यालय का कुलपति बनाया गया। यूजीसी चेयरमैन के लिए प्रोफेसर जगदीश कुमार का नाम सबसे आगे रहा। इस रेस में उनके अलावा पुणे यूनिर्सिटी के वाइस चांसलर प्रोफेसर नितिन आर कर्मलकार और आईयूएसी के डायरेक्टर प्रोफेसर अविनाश चंद्र पांडेय भी शामिल थे।

जेएनयू में प्रोफेसर जगदीश कुमार के कुलपति रहते हुए कई विवाद चर्चा में रहे है। प्रोफेसर जगदीश कुमार के कार्यकाल में ही जेएनयू में छात्रों के बीच हिंसक झड़पें हुई। इस झड़प में कई छात्र बुरी तरह घायल हुए। कई छात्रों को इस दौरान अस्पताल में भर्ती भी कराना पड़ा। फिलहाल पुलिस इस मामले की तफ्तीश कर रही है और कई हमलावरों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है।

वही प्रोफेसर जगदीश कुमार के कार्यकाल में ही जेएनयू के छात्रों ने विश्वविद्यालय ऑफिस की तालाबंदी की थी। तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी भी एक चर्चा का विषय रही।

तेलंगाना के नालगोंडा जिले में जन्मे प्रोफेसर जगदीश कुमार ने इलेक्ट्रिकल इंजीयरिंग व पीएचडी इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की है। वह आईआईटी मद्रास के छात्र थे।

गौरतलब है कि हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने आईआईटी दिल्ली, आईआईटी मंडी, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय समेत कई शिक्षण संस्थानों के कुलपतियों और निदेशकों की नियुक्ति को मंजूरी दी है।

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