विश्वकर्मा जयंती: भारतीय श्रमिक समुदाय का महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार
Vishwakarma Jayanti: Important religious festival of the Indian labor community

विश्वकर्मा जयंती हिंदुओं के बीच बड़ा धार्मिक महत्व रखती है। यह दिन भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाने के लिए मनाया जाता है। उन्हें दुनिया का पहला वास्तुकार माना जाता है और उन्हें सृजन के देवता के रूप में भी जाना जाता है। इस शुभ दिन पर भगवान विश्वकर्मा की व्यापक रूप से पूजा की जाती है। इसी दिन कन्या संक्रांति भी मनाई जाती है। इस वर्ष, विश्वकर्मा पूजा भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी 17 सितंबर 2023 को आयोजित की जाने वाली है।
हिंदुओं के बीच धार्मिक महत्व-
विश्वकर्मा जयंती, भारतीय हिंदू समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। इस दिन को भगवान विश्वकर्मा की जयंती के रूप में मनाया जाता है। विश्वकर्मा जी को सृजन के देवता के रूप में जाना जाता है, और उन्हें दुनिया के पहले वास्तुकार के रूप में भी माना जाता है। यह धार्मिक त्योहार पर भगवान विश्वकर्मा की व्यापक रूप से पूजा की जाती है।
तिथि और समय-
विश्वकर्मा पूजा 2023 इस वर्ष भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को आयोजित की जाएगी, यानी 17 सितंबर 2023 को। इसी दिन कन्या संक्रांति भी मनाई जाती है। विश्वकर्मा पूजा संक्रांति क्षण – 17 सितंबर, 2023 – 01:43 अपराह्न है।
महत्वपूर्ण घटनाएँ-
विश्वकर्मा जयंती का महत्व हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार अत्यधिक है। भगवान विश्वकर्मा भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्रों में से एक माने जाते हैं और भगवान विष्णुकर्मा ने ही भगवान कृष्ण के पूरे साम्राज्य का निर्माण किया था, जिसे द्वारिका नगरी के नाम से जाना जाता है। विश्वकर्मा जी इस ब्रह्मांड के पहले वास्तुकार हैं और उन्होंने इसके निर्माण में भगवान ब्रह्मा की भी मदद की थी। सभी हिंदू देवताओं के निवास स्थान भगवान विश्वकर्मा जी द्वारा बनाए गए थे और उन्होंने उनके हथियार और वाहन भी बनाए थे।
पूजा
यह दिन हिंदू श्रमिक समुदाय के लिए अत्यधिक महत्व रखता है क्योंकि वे इस दिन पर भगवान विश्वकर्मा जी की पूजा करते हैं। वे अपने क्षेत्र में सफलता पाने के लिए विश्वकर्मा जी का आशीर्वाद मांगते हैं और मशीनें चलाने वाले श्रमिक भगवान विश्वकर्मा के सम्मान में विशेष प्रार्थना करते हैं और एक दिन की छुट्टी लेते हैं। इस दिन, लोग अपने कार्यस्थल पर पूजा अनुष्ठान करते हैं और इसे खुशी और उत्साह के साथ मनाते हैं।
महत्व-
विश्वकर्मा पूजा एक महत्वपूर्ण दिन है जब लोग अपने काम को भगवान के समर्पण में रखते हैं और सफलता की कामना करते हैं। यह दिन श्रमिक समुदाय के सदस्यों के लिए एक आदर्श और उत्सव का मौका है, जो उनके सफलता और प्रगति को मान्यता देता है। इसके साथ ही, भोजन स्टाल का आयोजन करके जरूरतमंद लोगों की मदद करने का अद्वितीय अवसर भी प्राप्त होता है, जिससे समाज में एकता और सौहार्द की भावना को प्रोत्साहित किया जाता है।
समापन-
विश्वकर्मा जयंती भारतीय समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण और धार्मिक त्योहार है जो भगवान विश्वकर्मा की महिमा और सृजनात्मक प्रकृति को याद करता है। यह दिन श्रमिकों के समर्पण और कठिन मेहनत को मान्यता देता है और समाज में एकता और सौहार्द की भावना को प्रोत्साहित करता है।