भारत

क्या है ‘सामान नागरिक संहिता’ तथा क्यों हो रही है ‘UCC’ पर बहस, आइये जाने

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 जून को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में सामान नागरिक संहिता की वकालत करते हुए कहा था कि एक ही घर में एक सदस्य के लिए अलग कानून तथा दूसरे के लिए दूसरा कानून यह कैसे हो सकता है, उन्होंने कहा कि संविधान में सभी के लिए एक सामान अधिकारों की व्यवस्था है।

क्या है सामान नागरिक संहिता (UCC)

सामान नागरिक संहिता या ‘Uniform Civil Code’ एक नियम है जिसका अर्थ होता है पूरे देश के लोगों के लिए एक नियम, UCC के तहत शादी, तलाक, तथा घरेलू जमीन जायदाद के बंटवारे में सबके लिए एक कानून चाहें किसी धर्म या समुदाय का व्यक्ति हो, भारत के संविधान के अनुच्छेद 44 में कहा गया है कि “नागरिकों के लिए एक ‘सामान सिविल संहिता’ होगी जिसके तहत भारत के समस्त नागरिकों के लिए सामान सिविल संहिता प्राप्त करने का प्रयास किया जायेगा”

आम आदमी पार्टी ने किया UCC का समर्थन

आम आदमी पार्टी के नेता तथा राज्यसभा सांसद संदीप पाठक में कहा कि हम सामान नागरिक संहिता का समर्थन करते हैं क्योंकि यह भारत के संविधान में भी है लेकिन इसके लिए आम सहमति बननी चाहिए।

उद्धव ठाकरे ने भी शर्तों के साथ किया समर्थन

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री तथा शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने UCC का समर्थन किया है उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि इससे अनेक समुदायों पर क्या असर पड़ेगा सरकार इसका स्पष्टीकण दे।

UCC से तूफान आ सकता है: फारूक अब्दुल्ला

नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार UCC को लागू करने से पहले इसके परिणाम पर विचार कर ले इससे तूफान भी आ सकता है क्योकि देश में अलग अलग धर्मों के लिए अलग अलग नियम है।

मुसलमानों के धार्मिक अधिकार छीन लिए जायेंगे: अरशद मदनी

जमीयत उलेमा ए हिन्द के मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि मुसलमानों की बात सुनी जाने की उम्मीद बहुत कम है इसे उनके अधिकार छिन जायेंगे उन्होंने कहा जब प्रधानमंत्री ही इसका समर्थन करते हैं तो विधि आयोग को हम चाहें जितने प्रतिनिधिमंडल भेजें वह सरकार की ही बात सुनेगा।

भाजपा जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है: ओवैसी

AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह एक साजिस है तथा बीजेपी जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है वहीं कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने कहा कि जवाहर लाल नेहरू UCC के समर्थक थे लेकिन हमें सभी को साथ लेकर चलना चाहिए आप किसी भी एक समुदाय को भुला नहीं सकते।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button