विज्ञान और तकनीक

क्या ChatGPT से आगे निकलेगा Bard?

आपने शायद ही विश्वास किया होगा कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर की सहायता से कोई कवि अपनी कविता लिख सकता है, लेकिन यह सच हो रहा है! इंटरनेट पर उपलब्ध एक नई प्रौद्योगिकी के माध्यम से, एक भाषा मॉडल जो गूगल द्वारा विकसित किया गया है, अब हिंदी में भी उपलब्ध है। यह मॉडल, जिसे “चैटजीपीटी” कहा जाता है, भाषा के निर्माण, शब्द समझ, वाक्य गठन, और बहुत कुछ कर सकता है। यह एक व्यापक प्रश्नोत्तरी प्रणाली है जो विभिन्न विषयों पर प्रश्नों का उत्तर दे सकती है और यह एक दिलचस्प मंच प्रदान करती है जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा की जा सकती है।

चैटजीपीटी और बार्ड का यह साझा परियोजना वास्तव में रोचक है। बार्ड की मदद से चैटजीपीटी अब वर्णनात्मक और रंगबिरंगी रचनाएँ बना सकता है। इसके लिए, चैटजीपीटी को पहले से ही अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया गया है ताकि यह बार्ड के रूप में कार्य कर सके। चैटजीपीटी को गूगल की ग्राफिक्स वास्तविकता मशीन (GraPhICs Reality Engine) नामक तकनीक से सम्पर्क करके छवियों का उपयोग करने की क्षमता दी गई है। इसके बाद, उपयोगकर्ता चयनित पंक्तियों को देखने के लिए छवि बना सकते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।

चैटजीपीटी के बार्ड प्रोग्राम की एक अद्वितीय बात यह है कि इसमें आप पंक्तियों को छवियों के साथ कनेक्ट कर सकते हैं, जिससे रचना का एक नया आयाम जोड़ा जाता है। यह वास्तव में रोचक है क्योंकि छवियाँ वाक्यांशों और शब्दों के बदलते अर्थों को और गहराती हैं और रचना को एक नया रूप देती हैं।

चैटजीपीटी के बार्ड प्रोग्राम के साथ, यह अब संभव है कि लोग अपने विचारों को एक नया तरीके से प्रस्तुत करें। छवियों के साथ कविताएँ या अन्य रचनाएँ बनाने से व्यक्ति अपनी सृजनात्मकता को दिखा सकता है और अपने शब्दों को वास्तविकता में बदल सकता है।

यह प्रौद्योगिकी कवियों, लेखकों, और कला प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण हो सकती है। इसके द्वारा, वे न केवल बेहतर तरीके से अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कर सकते हैं, बल्कि अपनी कला को भी वास्तविकता में जीवंत कर सकते हैं।

इस नई प्रौद्योगिकी की मदद से, हिंदी भाषा में सचेत रहने वाले लोग भी अपने संवेदनशील विचारों को शब्दों और छवियों के साथ साझा कर सकते हैं। यह एक नया माध्यम है जिसके माध्यम से हम भाषा के साथ वास्तविकता और आपूर्ति काआपने शायद ही विश्वास किया होगा कि मॉडर्न टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर की सहायता से कोई कवि अपनी कविता लिख सकता है, लेकिन यह सच हो रहा है! इंटरनेट पर उपलब्ध एक नई प्रौद्योगिकी के माध्यम से, एक भाषा मॉडल जो गूगल द्वारा विकसित किया गया है, अब हिंदी में भी उपलब्ध है। यह मॉडल, जिसे “चैटजीपीटी” कहा जाता है, भाषा के निर्माण, शब्द समझ, वाक्य गठन, और बहुत कुछ कर सकता है। यह एक व्यापक प्रश्नोत्तरी प्रणाली है जो विभिन्न विषयों पर प्रश्नों का उत्तर दे सकती है और यह एक दिलचस्प मंच प्रदान करती है जिसमें विभिन्न विषयों पर चर्चा की जा सकती है।

लेकिन क्या यह केवल टेक्स्ट के साथ ही सिमित है? नहीं! चैटजीपीटी ने एक नया कार्यक्रम प्रारंभ किया है जिसका नाम है “बार्ड”। यह कार्यक्रम उपयोगकर्ताओं को चयनित पंक्तियों के साथ एक छवि भी बनाने की अनुमति देता है। इसका मतलब है कि आप अब अपनी रचनाएँ टेक्स्ट के साथ ही छवि के साथ भी देख सकते हैं।

चैटजीपीटी और बार्ड का यह साझा परियोजना वास्तव में रोचक है। बार्ड की मदद से चैटजीपीटी अब वर्णनात्मक और रंगबिरंगी रचनाएँ बना सकता है। इसके लिए, चैटजीपीटी को पहले से ही अच्छी तरह से प्रशिक्षित किया गया है ताकि यह बार्ड के रूप में कार्य कर सके। चैटजीपीटी को गूगल की ग्राफिक्स वास्तविकता मशीन (GraPhICs Reality Engine) नामक तकनीक से सम्पर्क करके छवियों का उपयोग करने की क्षमता दी गई है। इसके बाद, उपयोगकर्ता चयनित पंक्तियों को देखने के लिए छवि बना सकते हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं।

चैटजीपीटी के बार्ड प्रोग्राम की एक अद्वितीय बात यह है कि इसमें आप पंक्तियों को छवियों के साथ कनेक्ट कर सकते हैं, जिससे रचना का एक नया आयाम जोड़ा जाता है। यह वास्तव में रोचक है क्योंकि छवियाँ वाक्यांशों और शब्दों के बदलते अर्थों को और गहराती हैं और रचना को एक नया रूप देती हैं।

चैटजीपीटी के बार्ड प्रोग्राम के साथ, यह अब संभव है कि लोग अपने विचारों को एक नया तरीके से प्रस्तुत करें। छवियों के साथ कविताएँ या अन्य रचनाएँ बनाने से व्यक्ति अपनी सृजनात्मकता को दिखा सकता है और अपने शब्दों को वास्तविकता में बदल सकता है।

यह प्रौद्योगिकी कवियों, लेखकों, और कला प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण उपकरण हो सकती है। इसके द्वारा, वे न केवल बेहतर तरीके से अपनी रचनाएँ प्रस्तुत कर सकते हैं, बल्कि अपनी कला को भी वास्तविकता में जीवंत कर सकते हैं।

इस नई प्रौद्योगिकी की मदद से, हिंदी भाषा में सचेत रहने वाले लोग भी अपने संवेदनशील विचारों को शब्दों और छवियों के साथ साझा कर सकते हैं। यह एक नया माध्यम है जिसके माध्यम से हम भाषा के साथ वास्तविकता और आपूर्ति का

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button