अमेरिका : वैक्सीन लगने के 16 दिन बाद डॉक्टर की मौत ?

अमेरिका के शहर मियामी में डॉक्टर ग्रेगरी माइकल की मौत का जिम्मेदार उनकी पत्नी ने कोरोना वैक्सीन फाइजर को बताया | डॉक्टर ग्रेगरी माइकल 18 दिसंबर को फाइजर वैक्सीन लगाई थी और वैक्सीन लगाने के 16 दिनों के बाद उनकी मौत हो गई | डॉक्टर की पत्नी हेइदी नेकेलमान का दावा है कि वैक्सीन लगने से पहले उनके पति पूरी तरह स्वस्थ थे और कोई बीमारी भी नहीं थी | लेकिन वैक्सीनेशन के बाद उनके खून में गड़बड़ी आ गई | हेइदी नेकेलमान ने आगे कहा कि मेरे पति को वैक्सीन लगाने से पहले पहले कई टेस्ट किए गए थे | और वे उन टेस्टों में सफल भी हुए थे | उन्हें कोई बीमारी नहीं थी | यह तक डॉक्टर ने उनकी कैंसर की भी जांच की थी | उनके अंदर कुछ भी गलत नहीं पाया गया | उन्होंने कहा कि डॉक्टर ग्रेगरी रेगुलर एक्सरसाइज करते थे | शराबका सेवन कभी - कभी करते थे | वे सिगरेट नहीं पीते थे |
फाइजर कंपनी ने भी अपनी सफाई में कहा कि हमें डॉक्टर ग्रेगरी की मौत की जानकारी है और हम इसका पता भी लगा रहे है | लेकिन इस समय हम नहीं मानते की डॉक्टर ग्रेगरी की मौत का सीधा सम्बन्ध फाइजर वैक्सीन से है | डॉक्टर की पत्नी ने बताया कि वैक्सीन लगने के तुरंत बाद कोई साइड इफेक्ट नहीं
दिखा लेकिन 3 दिन बाद उनके हाथों और पैरो पर लाल चकत्ते दिखने लगे | इसकी जांच उन्होंने माउंट सिनाई मेडिकल सेंटर में कराई तो पता चला कि उनका प्लेटलेट्स काफी गिर गया है और यह जीरो तक पहुंच गई है | जबकि आमतौर पर प्लेटलेट्स काउंट 150000 से 450000 के बीच रहता हैं | इसके बाद डॉक्टरों को लगा कि यह गलती से हुआ है | इसलिए दोबारा जांच की गई तब 1 प्लेटलेट दिखाई दी | इसके बाद उन्हें ICU में भर्ती किया गया और डॉक्टरों की एक टीम प्लेटलेट काउंट बढ़ाने के लिए 2 सप्ताह तक कोशिश करती रही, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ | लगातार प्लेटलेस्ट की कमी के कारण उनके सिर में रक्तस्रावी स्ट्रोक हुआ और कुछ ही मिनटों में उनकी मौत हो गई | डॉक्टर ग्रेगरी की पत्नी ने कहा कि लोगो को वैक्सीन के दुष्प्रभाव भी पता होना चाहिए, ये हर किसी के लिए अच्छी नहीं है |