ट्रंप ने सत्ता परिवर्तन स्वीकारा, लेकिन अब तक नहीं मानी हार

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी चुनावी हार स्वीकार नहीं की, लेकिन सत्ता परिवर्तन पर सहमति जताई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को अधिकारियों से नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को सत्ता हस्तांतरित करने की तैयारी शुरू करने को कहा। दरअसल सत्ता हस्तांतरण के लिए जिम्मेदार संघीय एजेंसी जीएसए की प्रमुख ने कहा था कि वह बाइडन को व्हाइट हाउस में आने के लिए जरूरी संसाधन मुहैया कराएंगी, जिसके बाद ट्रंप का यह बयान आया है। आपको बता दे कि मिशिगन के चुनाव अधिकारियों ने राज्य में जो बाइडन की जीत की घोषणा सोमवार को कर दी। बाइडन राज्य में 1,54,000 मतों से विजयी घोषित किए गए हैं। उनकी इस विजय से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को तगड़ा झटका लगा है जो निर्वाचन प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं।बोर्ड ऑफ स्टेट कैनवासर्स ने तीन-शून्य से बाइडन को मिली विजय की पुष्टि की। इस बोर्ड में दो रिपब्लिकन एवं दो डेमोक्रेट हैं। ट्रंप के सहयोगी एवं चुनाव में पराजित होने वाले सीनेट उम्मीदवार जॉन जेम्स ने निर्णायक मंडल से मतदान की प्रक्रिया दो सप्ताह के लिए टालने का आग्रह किया था।
मिशिगन के गवर्नर ग्रेचेन व्हिटमर ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, मिशिगन के लोगों ने जनादेश दे दिया है। नव निर्वाचित राष्ट्रपति बाइडन ने मिशिगन राज्य में 1,54,000 मतों से विजय हासिल की है और वह 20 जनवरी को हमारे अगले राष्ट्रपति होंगे। ट्रंप ने हालांकि इस बात पर भी जोर दिया कि वह ‘लड़ाई जारी रखेंगे और जीत हासिल करेंगे।’ अमेरिका में तीन नवंबर को हुए चुनाव में राष्ट्रपति पद के लिए बाइडन और उप राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस को विजेता घोषित किया गया है लेकिन ट्रंप ने अभी तक अपनी हार स्वीकार नहीं की है। ट्रंप के अभियान दल ने चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी एवं धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज कराए हैं, जिनमें से कई को अदालतें खारिज भी कर चुकी है। ‘जनरल सर्विस एडमिनिस्ट्रेटर’ (जीएसए) एमिली मर्फी द्वारा नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन को पत्र लिख कर ट्रंप प्रशासन के आधिकारिक तौर पर सत्ता हस्तांतरण की प्रक्रिया शुरू करने के लिए तैयार होने की जानकारी देने के कुछ घंटों बाद ट्रंप ने इस संबंध में ट्वीट किया।
ट्रंप ने ट्वीट किया - मैं जीएसए की एमिली मर्फी का देश के प्रति उनके समर्पण और निष्ठा के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। उनको परेशान किया गया, धमकाया गया और गालियां दी गई... और मैं नहीं चाहता कि यह उनके, उनके परिवार या जीएसए के किसी भी कर्मचारी के साथ हो। हमारी लड़ाई जारी रहेगी और मुझे विश्वास है कि हम जीतेंगे।