भारत आने से डर रहे शी जिनपिंग? क्योंकि चीन को डरा रहे भारतीय इकॉनमी के ये बड़े आंकड़े,

जी -२० देशो की बैठक भारत में चल रही है और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत आने से कतरा रहे हैं कारण ज्यादातर देशो में मंदी की मार है। वह इससे बचने की कोशिश कर रहे हैं और भारत की इकोनॉमी तेज गति से भाग रही है ,अभी हाल में ही रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की मजबूत आर्थिक गति के चलते 2023 कैलेंडर वर्ष के लिए ग्रोथ का अनुमान बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया।
चीन और दुनिया के कई दूसरे देश मंदी के साये में जी रहे हैं। लेकिन भारत की इकॉनमी कुलांचे मार रही है। भारतीय इकॉनमी के लिए चारों तरफ से एक के बाद एक गुड न्यूज आ रही है। जीडीपी की रफ्तार एक साल में सबसे बेहतर रही और अगस्त में जीएसटी कलेक्शन 11 परसेंट बढ़ गया।
मूडीज ने ग्लोबल मैक्रो आउटलुक का जरिये यह यह भी कहा भारत कि मजबूत सेवाओं के विस्तार तथा पूंजीगत व्यय ने भारत की दूसरी (अप्रैल-जून) तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 7.8 प्रतिशत की वास्तविक जीडीपी ग्रोथ को प्रेरित किया। इसलिए हमने भारत के लिए अपने 2023 कैलेंडर वर्ष के वृद्धि का अनुमान 5.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.7 प्रतिशत कर दिया है। उधर नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार, भारत ने भी अपना यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस आधारित पेमेंट, पहली बार अगस्त माह में 10 अरब ट्रांजैक्शंस को पार कर लिया । यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस पर लेनदेन में पिछले साल के मुकाबिल 50 फीसदी तेजी आई है। जुलाई में डिजिटल भुगतान नेटवर्क ने 9.96 अरब लेनदेन दर्ज किए थे। अक्टूबर 2019 में पहली बार यूपीआई ने 1 बिलियन मासिक लेनदेन को पार किया।
जीडीपी की रफ्तार का अनुमान इस बात से ही लगाया जा सकता कि एक साल में सबसे बेहतर रही और अगस्त में जीएसटी कलेक्शन 11 परसेंट बढ़ गया। मैन्यूफैक्चरिंग पीएमआई, ऑटो डिस्पैच, बिजली की खपत, जेट फ्यूल की बिक्री, रेलवे फ्रेट, कोल प्रॉडक्शन और यूपीआई ट्रांजैक्शन रेकॉर्ड पर पहुंच गया।अगर सेक्टर के आधार पर प्रदर्शन देखें तो जून तिमाही में एग्रीकल्चर सेक्टर का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है।अगस्त में कार कंपनियों ने 369,000 यूनिट डिस्पैच किए जो अब तक का रेकॉर्ड है। पिछले साल अगस्त में 327,000 यूनिट डिस्पैच किए थे अगस्त में बिजली की खपत 152 अरब यूनिट पहुंच गई जो एक साल पहले 130 अरब यूनिट थी। इसी तरह जेट फ्यूल की बिक्री में भी अगस्त में नौ परसेंट की तेजी आई है।,
भारत के लिए ये आंकड़े इसलिए भी अहम हैं, क्योंकि दुनिया की किसी भी प्रमुख अर्थव्यवस्था की तुलना में ये सबसे तेज ग्रोथ रेट है।
One Comment