ग्रेटर नोएडा में टॉय और फर्नीचर पार्क के साथ ही ओडीओपी व एमएसएमई संबंधी उद्योगों की ओर योगी सरकार ने बढ़ाए कदम
उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की इकॉनमी व देश के ग्रोथ इंजन के तौर पर स्थापित करने के साथ ही योगी सरकार प्रदेश को सूक्ष्म व लघु उद्योगों के एमर्जिंग हब के तौर पर भी स्थापित कर रही है। ग्रेटर नोएडा में टॉय व फर्नीचर पार्क की स्थापना करने व इस परियोजना में रिक्त प्लॉट्स के आवंटन के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने स्कीम शुरू की है। स्कीम के जरिए सेक्टर 28, 29, 32 व 33 में नॉन पॉल्यूटिंग इंडस्ट्रियल यूनिट्स खोलने के मद में 4000 स्क्वेयर मीटर तक की प्लॉटिंग्स के लिए आवेदन मांगे हैं। 27 अक्टूबर तक इस स्कीम में भूमि प्राप्त करने के लिए आवेदन किया जा सकता है और 17 नवंबर को ड्रॉ के जरिए सफल आवेदनकर्ताओं की सूची जारी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए लाई गई इस स्कीम में प्लॉट लेने वाले उद्यमी 240 केटेगरीज के अंतर्गत आने वाले उद्योगों, एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग) 24 प्रकार के हस्तशिल्प, टॉय व 9 तरह के ओडीओपी (एक जिला एक उत्पाद) की मैनुफैक्चरिंग संबंधी यूनिट लगाने में सक्षम होंगे।
13542 प्रति स्क्वायर मीटर रेट के हिसाब से होगा अलॉटमेंट
यीडा की वेबसाइट पर संबंधित स्कीम की दी गई जानकारी के अनुसार, स्कीम में कुल 3 स्तर के भूखंडों में से कुल 109 प्लॉट्स का आवंटन इस प्रक्रिया के जरिए होगा। इसमें से भी 95 प्रतिशत भूखंड निर्धारित केटेगरी के तहत यूनिट्स लगाने के लिए व 5 प्रतिशत भूखंड स्टार्ट अप्स के लिए रिजर्व्ड रखे जाएंगे। वहीं, स्कीम में 13542 रुपए प्रति स्क्वेयर मीटर की दर से कुल प्रीमियल अमाउंट 60.93 लाख से लेकर 5.41 करोड़ के बीच निर्धारित किया गया है। इस परियोजना के अंतर्गत टॉय पार्क के लिए सेक्टर 33 में 1800 स्क्वेयर मीटर के कुल 5 प्लॉट्स बुक किए जाएंगे जिनका रजिस्ट्रेशन अमाउंट 24.37 लाख होगा तथा कुल प्रीमियम अमाउंट 2.43 करोड़ रुपए रहेगा। वहीं ओडीओपी व फर्नीचर पार्क केटेगरी के अंतर्गत आवेदन करने वाले आवेदकों को 60.93 लाख रुपए से लेकर 4.06 करोड़ रुपए का टोटल प्रीमियल निर्धारित किया गया है। इस केटेगरी में कुल 41 प्लॉट्स का आवंटन होगा जिसमें से 2 प्लॉट्स स्टार्टअप्स के लिए निर्धारित हैं। इसी प्रकार एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए 6 चरणों में कुल 63 प्लॉट्स का आवंटन प्रक्रिया के जरिए होगा जिसमें से 61 संबंधित केटेगरी व 02 अलॉटमेंट्स स्टार्टअप्स के लिए होगा। इन प्लॉट्स का कुल प्रीमियम अमाउंट 40.62 लाख से लेकर 5.41 करोड़ रुपए के बीच रहेगा।
वर्ल्ड क्लास फैसिलिटीज का मिलेगा लाभ
उल्लेखनीय है कि जेवर एयरपोर्ट, इंटरनेशनल फिल्म सिटी, यमुना एक्सप्रेसवे व बुद्ध सर्किट से निकटता के कारण बेहतर कनेक्टिविटी और पॉड ट्रांजिट सिस्टम के रूप में भारत में अपनी तरह की पहली विश्व स्तरीय परियोजना समेत तमाम सुविधाओं का लाभ इस योजना के अंतर्गत प्लॉट लेकर मैनुफैक्चरिंग यूनिट लगाने वालों को मिलेगा। इस परियोजना के जरिए भूमि प्राप्त करने वाले आवेदनकर्ता अगरबत्ती, एक्स रे मशीन से लेकर टेक्सटाइल समेत कुल 240 प्रकार के उद्योगों में से कोई एक औद्योगिक संयंत्र लगा सकते हैं। वहीं, चिकनकारी, बांस के उत्पाद समेत 24 प्रकार के हस्तशिल्प उत्पादन संयंत्र को सफल आवेदनकर्ता स्थापित कर सकते हैं। इसी प्रकार ओडीओपी केटेगरी के तहत स्कीम के जरिए भूमि प्राप्त करने वाले आवेदनकर्ता बरेली, बदायूं, शाहजहांपुर व कासगंज की जरीदोजी, लखनऊ की चिकनकारी, वाराणसी की सिल्क साड़ियां व मिर्जापुर की कालीन समेत 9 प्रकार की ओडीओपी लिस्टिंग्स के तहत उत्पादों का उत्पादन करने वाला संयंत्र स्थापित कर सकते हैं। इस परियोजना में प्लॉट्स लेने के इच्छुक आवेदक 27 अक्टूबर 2023 तक अप्लाई कर सकते हैं।
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