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12 जिलों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प करेगी योगी सरकार

उत्तर प्रदेश में जनता तक उत्तम स्वास्थ्य निदान पहुंचाने की दिशा में प्रयासरत योगी सरकार का सबसे ज्यादा फोकस हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर्स के सुदृढ़ीकरण पर है। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र में कई परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। खासतौर पर सरकारी अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ केंद्रों, सामुदायिक स्वाथ्य केंद्रों, ट्रीटमेंट व रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में मॉडर्न मेडिकल इक्विमेंट्स इंस्टॉलेशन के साथ ही ढांचागत व बुनियादी जरूरतों की पूर्ति कर उन्हें वर्ल्ड क्लास फैसिलिटीज से लैस करने की प्रक्रिया जारी है। इसी क्रम में अब योगी सरकार ने निर्णय लिया है कि प्रदेश के कुल 12 जिलों के 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प किया जाएगा। जिन जिलों में 1-1 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के कायाकल्प की प्रक्रिया जारी है उनमें श्रावस्ती, बलिया, बलरामपुर, उन्नाव, कौशाम्बी, मुजफ्फरनगर, चित्रकूट, महोबा, लखनऊ, बदायूं व सुल्तानपुर शामिल हैं। वहीं, हापुड़ जिले में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के अपग्रेडेशन प्रक्रिया को मूर्त रूप दिया जाएगा। इन सभी 13 सामुदायिक स्वाथ्य केंद्रों के कायाकल्प के लिए योगी सरकार 8.58 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च करने जा रही है जिसे शासन से वित्तीय स्वीकृति के बाद जारी कर दिया गया है।

अपग्रेडेशन से बढ़ेगी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की क्षमता

प्रदेश के जिन 12 जिलों के 13 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अपग्रेडेशन प्रक्रिया को मूर्त रूप दिया जा रहा है उनमें हापुड़ के बहादुरगढ़ व गोहरा आलमगीर का नाम प्रमुख है। वहीं, श्रावस्ती के लक्ष्मणपुर बाजार, बलिया के सहतवार, उन्नाव के ऊंचगांव, कौशाम्बी के करारी, मुजफ्फरनगर के सिसौली, चित्रकूट के रैपुरा, महोबा के श्री नगर, लखनऊ के बेहटा, बदायूं के इस्लामनगर व सुल्तानपुर के डिहदुग्धुपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का नाम भी उन सामुदायिक स्वास्थ केंद्रों में शामिल है जिन्हें अपग्रेड करने की प्रक्रिया जारी है। निश्चित तौर पर इस धनराशि आवंटन की प्रक्रिया को वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाद इन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के विकास में तेजी आएगी और यहां इंस्टॉल किए जाने वाले मेडिकल इक्विप्मेंट्स की खरीद प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा। प्रक्रिया में क्रय होने वाले सभी इक्विप्मेंट्स की गुणवत्ता, क्रय प्रक्रिया का निर्धारण व अनुपालन क्रयाधिकारी के निरीक्षण में किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया को प्रदेश शासन के नियम व शर्तों के आधीन पूरा किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आवंटित धन का उपयोग केवल उसी मद में हो जिस मद में उपयोग किया जाना निर्धारित किया गया था।

प्रदेश के कई स्वास्थ्य व चिकित्सा संस्थानों में जारी है अपग्रेडेशन का कार्य

प्रदेश के कई स्वास्थ्य व चिकित्सा संस्थानों के मॉडर्नाइजेशन का प्रयास योगी सरकार द्वारा किया जा रहा है। इसी क्रम में, लखनऊ स्थित वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय में 2 बेबी ट्रांसपोर्टेशन इनक्यूबेटर की खरीद व इंस्टॉलेशन के मद में 4 लाख रुपए, 3 एक्टोक्लेव मशीन की खरीद व इंस्टॉलेशन के मद में 60 हजार व एमएनसीयू में 6 वॉर्मर मशीनों की खरीद व इंस्टॉलेशन के लिए 9.40 लाख रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। इसी तरह, बाराबंकी के सिरौली गौसपुर चिकित्सालय में एक्स-रे मशीन प्रिंटर उपलब्ध कराने व कन्नौज के पैरा मेडिकल इंस्टीट्यूट में जारी निर्माण कार्य के लिए 8 करोड़ रुपए की धनराशि जारी की गई है। इसके अतिरिक्त, गाजियाबाद के लोनी नगर पालिका परिषद में निर्माणाधीन 50 बेड्स की क्षमता वाले अस्पताल के लिए प्रथम किस्त के तौर पर 3.08 करोड़ रुपए की धनराशि भी वित्तीय स्वीकृति के बाद जारी कर दी गई है।

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